Thursday, October 29, 2009

SHRI LALIT BIHARI JI

Mr. Lalit Behari Srivastava
 Mr. Lalit G. Light Braah Gangadhar. Maharaj Also Extremely Scholars Dear To the Beloved Disciples, Devotees, Gita, Ramayana Go Post-graduate Degree Different Subjects RECEIVED Another Wanrgmayoan Gurudeo the powers and Enjoy Deep Penetration Go. You Cook, Mr.. Grace had received prior to 40 years and 24 years ago, empowered by Algha Ssuchynit extremely limited and the characters are given grace. And Your Self - Resident Narsinghpur Go Engaged Spiritual Discipline are here. Mr.. Read more About To Lalit G  "My guru brothers"the Title Also Appearing Read the Views Expressed.

GURU DEO GANGADHAR PRAKASH OF MAHAYOG PARAMPARA: disciple of SHRI VISHNU TIRTH JI MAHARAJ ;

ब्रह्मानंदम परमसुखदं  केवलं ज्ञानमूर्तिं

द्वंदातीतं  गगन  सदृश्म तत्वमस्यादिलक्षयं

एकं अचलं  विमलं अचलं  सर्वधी साक्षिभूतं 
भावातीतं त्रिगुण रहितं सद्गुरुम तं नमामि !!
अखंड मंडला कारं व्याप्तं येन चराचरम् 
तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः
गुरुर्ब्रह्मः गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो  महेश्वरः 
गुरुसाक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः!!

हायोग की अनवरत धारा परम् पूज्य स्वामी परमानन्द तीर्थ जी महाराज से प्. पू.स्वामी.मुकुंद्तीर्थ, प.पू.स्व. गंगाधर तीर्थ जी महाराज से होती हुई स्वामी विष्णुतीर्थ जी, ब्र. श्री गंगाधर प्रकाश तक  सतत रूप से प्रवाहित होती चली आ रही है जिसका विषद वंश वृक्ष आध्यात्म ज्योति.ओआरजी में प.पू. देवेन्द्र विज्ञानी जी के द्वारा यत्न पूर्वक निर्मित कर प्रस्तुत  किया गयाहै.
पूज्य गंगाधर प्रकाश ब्रह्मचारी जी (हमारे gurudeo) प.पू. स्व. विष्णुतीर्थ जी महाराज के वर्तमान में सबसे वरिष्ठतम शिष्य हैं जो आज भी ९३ वर्ष की आयु में पूर्ण रूपेण स्वस्थ एवं क्रियाशील रहते हुए प्रचार एवं प्रसार से विरक्त परिव्रजन करते एवं अपने शिष्यों के साथ  ही निवास करते हैं. आज भी अपनी दिनचर्या एवं साधना प्रसन्नता पूर्वक संपादित कर रहे हैं एवं हमारे ऊपर अपनी सहज कृपा वृष्टि करते रहते हैं.